'No candle looses its light while lighting up another candle'So Never stop to helping Peoples in your life.

Post Top Ad

https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEitYaYpTPVqSRjkHdQQ30vpKI4Tkb2uhaPPpRa2iz3yqOvFNx0PyfRqYxXi_SO2XK0GgZ9EjuSlEcmn4KZBXtuVL_TuVL0Wa8z7eEogoam3byD0li-y-Bwvn9o2NuesTPgZ_jBFWD2k0t4/s1600/banner-twitter.jpg

May 18, 2020

यूपी की जेलों में कोरोना की रैंडम सैपलिंग शुरू, इस तरह से होगी जांच


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आगरा केंद्रीय कारागार में कोविड-19 संक्रमित एक कैदी की मौत के बाद कारागार प्रशासन ने राज्य की सभी जेलों में रैंडम सैंपलिंग शुरू की है।कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग के महानिदेशक आनंद कुमार ने रविवार को बताया आगरा जेल में आठ मई को कोविड-19 संक्रमित एक कैदी की मौत हो गई।

वह छह मई कोरोना संक्रमित पाया गया था। उसके संपर्क में आए 14 अन्य कैदियों को अलग रखा गया है।उन्होंने बताया कि उस बैरक की देखभाल कर रहे करीब 13 जेल अधिकारियों की जांच रिपोर्ट में संक्रमण नहीं मिला अब हम राज्य के सभी कारागारों में रैंडम सैंपलिंग करा रहे हैं।कुमार ने बताया कि राज्य में इस वर्ष कुल 71 कारागारों में 94 हजार से ज्यादा कैदी रखे गए हैं। अब तक 16000 से ज्यादा बंदियों को जमानत या पैरोल पर छोड़ा गया है।

उन्होंने बताया कि क़ैदियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए इच्छुक कैदियों को प्राणायाम सिखाया जा रहा है और काढ़े का सेवन कराया जा रहा है। कुमार ने बताया कि कारागारों में जहां तक मुमकिन हो आपस में दूरी रखने के नियम का पालन कराया जा रहा है। हालांकि राज्य की जेलों में 60000 कैदियों को ही रखने की क्षमता है, मगर इस वक्त उनमें 94000 कैदी मौजूद हैं। क्षमता से ज्यादा कैदी रखने से समस्या उत्पन्न हो रही है।

No comments:

Post Top Ad

Your Ad Spot

Pages