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May 9, 2020

भारत में गृहयुद्ध की तैयारी है, बस LockDown हटने का इंतजार है


  • संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया
मेरठ। कोरोना की महामारी और इसके परिणामस्वरूप उपजी अव्यवस्थाओं से अब दुनिया में कई तरह का नुकसान होना तय हैं। कहीं कोरोना ने राजनीति की तो कई बार खुद राजनीति का शिकार हो गया बेचारा कोरोना। भारत में धर्मवाद व जाति-पांति की परम्परा को लेकर अक्सर बहस छिड़ती है लेकिन यह बहस धीरे-धीरे जानलेवा होती जाती है। भारत में अब तक तबाही के कई मंजर सामने आये हैं उनमें से प्रमुख हैं हिन्दू-मुस्लिम और ब्राह्मण बनाम दलित की लड़ाई।

वीडियो में देखें कैसे बन रही है प्लानिंग-

मेरठ की रहने वाली किरण आरसी जाटव दलितों की राजनीति में खुद को स्थापित कर रहीं हैं। समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव की मुंहबोली बहन से फेमस हुई किरण जाटव को दलितों ने 'छोटी बहन जी' कहना शुरू कर दिया।
इसके बाद सहारनपुर की धरती से एक और आवाज उठी.... चंदशेखर रावण.... यह आवाज खुद को चमार कहने पर गर्व करती है और सदैव बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का वारिस समझने की भूल भी....
बड़ी तादात में दलितों को एक मंच पर लाने में कामयाब होने वाले चंद्रशेखर रावण की छबि 'दलितों के मसीहा' के तौर पर बनने लगी... लेकिन मन-कर्म और वचनों में असमानता ने रावण को सदैव नुकसान पहुंचाया है। आप सोच रहे होंगे कि आखिर आज हम आपको बताना क्या चाहते हैं? तो सीधे-सीधे अपने मुद्दे पर आते हैं। दरअसल दलितों की 'छोटी बहन जी' और दलितों के रावण में इन दिनों जंग छिड़ी है। उसी कहानी के माध्यम से दलितों की दशा व दिशा को समझने का पूरा प्रयत्न करेंगे।

पिछले दिनों किरण आरसी जाटव ने चंद्रशेखर उर्फ रावण पर दलितों को गुमराह करने का आरोप लगाया था। इसके बाद से उनके पास अमेरिका सहित भारत के कई प्रदेशों से लगातार कॉल आ रही है। तरह-तरह की धमकी दी जा रही है.... और उनको मानसिक रूप से दलितों की राजनीति से तौबा कर लेने का रास्ता दिखाया जा रहा है।
यह पूरा प्रकरण सिर्फ किरण जाटव व चंद्रशेखर से ही जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि यह प्रकरण उस वक्त बेहद गंभीर हो गया जब भारत की सुरक्षा और अखण्डता को तोड़ने व छिन्न-भिन्न करने तक पहुंच गया।
अमेरिका से किरण आरसी जाटव के मोबाइल पर आई इस कॉल ने दलितों में किस तरह से जहर घोला जा रहा है उसका पुख्ता सबूत और उदाहरण पेश किया है। ब्राह्मणों को नेस्तनाबूद कर देने को लेकर ठान चुके इस शख्स ने साफ और स्पष्ट शब्दों में कहा है कि अगले छ: माह के अन्दर ही भारत में गृह युद्ध होगा और इसकी तैयारी वो कर चुका है....
इसके बाद एक और वीडियो देखिये.... अलीगढ़ के रहने वाले इस सख्स ने किरण आरसीजाटव को दलित राजनीति में सक्रिय रहने के ऐवज में रेप करने और न जाने कितने और घिनौने करतूतों को अंजाम देने की धमकी दे डाली है.....
मामला देश की एकता, अखण्डता से जुड़ा है.... मामला गृहयुद्ध जैसे हालात बनाने से जुड़ा हुआ है। मामला देश को तोड़ने-मरोड़ने से जुड़ा है.... मामला दलितों को एक पाले में डालकर बाह्मणों के खिलाफ भड़काने से जुड़ा है.... ऐसे में भारत के खुफिया तंत्र और प्रशासन को इस बात का संज्ञान लेना चाहिये अमेरिका से आई इस कॉल में वाकई कुछ सच्चाई है.... अगर सच्चाई है तो कौन है इस पूरी कहानी के पीछे का किरदार?

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