सम्मेलन में प० राजेश कुमार शर्मा को ज्योतिषशास्त्री की मानद उपाधि से मंच पर अलंकृत किया गया ! |
गाजियाबाद में राम जी जनसेवा संस्थान (रजि०) के द्वारा दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ज्योतिष महासम्मेलन का आयोजन दिनांक 12 व 13 मई 2012 को किया गया जिसमें देश के जाने माने ज्योतिषाचार्यों के साथ साथ विदेशों से भी ज्योतिषाचार्यों ने भाग लिया ! सम्मेलन में भ्रष्टाचार, भ्रूण हत्या, एवं तलाक जैसे प्रश्नों पर चर्चा हुई ! तलाक पर ज्योतिषाचार्यों को सलाह दि गई कि गुणों के मिलान के साथ साथ कुन्डली के पंचम स्थान जो सन्तान का तथा सप्तम स्थान जो भोग का व्यापार का एवं भाग्य स्थान पर भी विचार किया जाना चाहिये ! सम्मेलन का संचालन प० सतेन्द्र भारद्वाज जी द्वारा किया गया लगभग 250 ज्योतिषाचार्यों ने भाग लिया जिसमें प्रमुख बखशीश सिंह बाबा- लूधियाना, अक्षय कुमार मोगा वाले, श्री मति नूर चौधरी, श्री मति संजू, प० राजेश कुमार शर्मा-मेरठ, ने भाग लिया! सम्मेलन में प० राजेश कुमार शर्मा को ज्योतिषशास्त्री की मानद उपाधि से मंच पर
अलंकृत किया गया ! प० राजेश कुमार शर्मा का कहना है कि 17 मई 2012 को गुरू वृहस्पति वृषभ राशि मे प्रवेश करेंगे वृहस्पति प्रथम पंचम नवम व दशम भावों का कारक ग्रह है इन चार भावों में स्थित वृहस्पति मनुष्य को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष यह चार प्रकार के पुरूषार्थ प्रदान करता है !
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