मेरी समझ में ओशो का सबसे बड़ा संदेश था ध्यान और फिर आनंद, हालाकि आपकी विचारधारा हमसे भिन्न हो सकती है... लेकिन इससे पहले की आप कुछ और सोंचे एक बात और समझ में आ रही है कि ओशो ने कहा कि जानने से पहले कुछ बोलना सर्वथा अहंकार की ओर ईशारा करता है।
ध्यान के लिए पूरे विश्व में ओशाे के अनगिनत आश्रम बने हैं जिनमें से एक है मेरठ के कैंट स्थित ओशो पथिक ध्यान केंद्र... यहां पर मेरठ ही नहीं बल्कि आसपास से भी ओशो की विचारधारा को स्वीकार करने वाले सन्यासियों सहित वो लोग हिस्सा लेते हैं जो आचार्य रजनीश से प्यार करते हैं...
ध्यान के लिए पूरे विश्व में ओशाे के अनगिनत आश्रम बने हैं जिनमें से एक है मेरठ के कैंट स्थित ओशो पथिक ध्यान केंद्र... यहां पर मेरठ ही नहीं बल्कि आसपास से भी ओशो की विचारधारा को स्वीकार करने वाले सन्यासियों सहित वो लोग हिस्सा लेते हैं जो आचार्य रजनीश से प्यार करते हैं...
2 comments:
Really Masti ki pathshala..
Really Masti ki pathshala..
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