#पूर्वांचल_भोजपुरी_महासभा के अध्यक्ष #अशोक_श्रीवास्तव की मेहनत और लगभग चार करोड़ लोगों में बातचीत का प्रमुख साधन बन चुकी भोजपुरी भाषा का अस्तित्व अब लगातार बढ़ता ही जा रहा है। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में इसकी आमद ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। अशोक श्रीवास्तव शानदार व्यक्तित्व के मालिक और समाज के प्रति सहनशील भी हैं.... ई-रेडियो ने अशोक जी से बात की, उनकी पीड़ा सुनकर प्रसिद्ध शायर #निदा_फाजली की याद आ गई उन्होंने कहा है कि...
बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता, जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता।
बेनाम सा ये दर्द ठहर क्यों नहीं जाता, जो बीत गया है वो गुजर क्यों नहीं जाता।
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