- संवाददाता, ई-रेडियो इंडिया
मुबई। देश तबाही की ओर है लेकिन ऐसे में जिंदादिलों की भी कमी नहीं है। ऐसा ही हुआ मुम्बई में, जहां एक कैंसर पीड़ित को लॉकडाउन के चलते घर पहुंचने में मदद करने वाले लोगों का तांता लग गया। मरीज को यूपी के कुशीनगर जाना था क्योंकि डॉक्टरों ने उसको कैंसर की अन्तिम स्टेज बताकर वापस जानेे को कह दिया।
लेकिन बेबसी ऐसी की आर्थिक तंगी का जाल उसके सामने था।
विश्वकर्मा समाज के लोगों की बदौलत यह परिवार अब अपने गांव में अपने लोगों के बीच पहुंचेगा, विधि के विधान ने इसे हर हाल में मरने का फैसला सुनाया लेकिन समाज के लोगों की मदद से अब यह व्यक्ति अपने परिजनों के बीच प्राण त्यागने के लिये जा रहा है।
आपको बता दें कि कैंसर मरीज जितेंद्र शर्मा अपना इलाज कराने नाशिक आया था, जहां हॉस्पिटल से लास्ट स्टेज होने के कारण जवाब मिल गया। फिर उनको थाना लाया गया जहां उनकी तबीयत बिगड़ती गई।
ऐसी परिस्थिति में विश्वकर्मा समाज के लोगोे ने सूझ बुझ दिखाया। चंदा इकट्ठा कर एम्बुलेंस बुक किया और जितेंद्र शर्मा और उनकी पत्नी व 2 बच्चों और एक रिश्तेदार के साथ उनके पैतृक गांव बसडीला, पोस्ट राम कोला, तहसील हाटा, जिला कुशीनगर के लिए रवाना कर दिया गया।
इनके सहयोग से अपने घर पहुंच सका जितेंद्र
सुलतानपुर निवासी योगेन्द्र प्रसाद(राजेश) विश्वकर्मा, मनोज सहानी, संजय विश्वकर्मा, अवनीश त्रिपाठी, ओम प्रकाश विश्वकर्मा हंसराज विश्वकर्मा दशरथ यादव, शैलेश सिंह, राम प्रसाद, सुरेन्द्र विश्वकर्मा के अलावा दर्जनों लोगों ने सहयोग देकर इस नेक कार्य को अंजाम दिया है। चंदा और अपने पास से मिलाकर लोगों ने 55,361 रुपये एकत्र किये जिसमें से एम्बुलेंस को 45000 और 10361 रुपये पीड़ित की पत्नी को नगद दिया गया।
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