सच कहा है किसी शायर ने के दिल-will -प्यार-war बड़ा है कमाल का ! जी हाँ दोस्तों, हमें अपने जीवन की नौका को किनारे लगाने के लिए ये चार चीजें मायने रखती हैं -
4- और आखरी बात है वार(war) की यानी लड़ाई की ! मेरा मतलब यह नहीं की आप लड़ाई और झगडा करें बल्कि कहने का मतलब यह है की जब सारी युक्तियाँ काम करना बंद कर दें तो लड़ाई काम आती है जैसे किया था सरदार भगत सिंह ने, जैसे किया था रामचंद्र ने, जैसे किया था पांडवों ने ! अब आप समझ गए होंगे की मई किस लड़ाई की बात कर रहा हूँ ! कुछ लोग ऐसे हैं जो केवल और केवल मार-काट की भाषा समझते हैं क्योंकि वो अपनी विचारधारा के संकुचित होते हुए भी अपने आप को विशाल मानते हैं तभी तो दो लफ्जों का प्यार समझ में न आकर चार शब्द का नफरत आसानी से समझाते हैं !
1- दिल, यानी आपका अपना भगवान क्योंकि भगवान का वास दिल में होता है जो धड़कता है तो साँसे चलती हैं और रुक जाता है तो सब कुछ बंद !
2- दूसरा है WILL यानि चाह , कुछ करने की इच्छा ! अगर आप इज्जत पाना चाहते हैं, सोहरत पाना चाहते हैं तो विल-पॉवर की बहुत ही जरुरत पड़ेगी, दुनिया की महान हस्तियाँ विल-पॉवर की वजह से ही आज बुलंदियां छू रही हैं !
3- तीसरी बात आती है प्यार की; प्यार वो शब्द है जिसके आगे नफरत की आग ठंढी पर जाती है, और यदि आपको अपने लक्ष्य से प्यार हो जाए तो समझो सफलता की आधी इबादत लिख दिया है आपने ! प्यार बड़ा ही करामाती लब्ज है क्योंकि जहां यह रहता है वहाँ उन्नत, सफलता, दूसरों का सहयोग खुद-बा-खुद मिल जाता है !

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