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May 15, 2014

=> फेसबुक पर सक्रिय है किडनी रैकेट, आईपीएस अधिकारी ने किया खुलासा

लखनऊ। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर मानव अंगों की तस्करी का गोरखधंधा शुरू हो गाया है। यूपी सरकार में बतौर आईजी तैनात आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने इस बात का खुलासा किया है। उन्होंने इस बाबत एफआईआर दर्ज करने के लिए राजधानी के गोमतीनगर थाने में एक तहरीर भी दी है।
    अपनी तहरीर में अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि नोएडा में रहने वाले मित्र प्रतीक से किडनी रैकेट के एक एजेंट ने सम्पर्क किया। उनकी किडनी के बदले तीन से चार लाख रुपए की पेशकश की। उस व्यक्ति ने प्रतीक को अपना मोबाइल नंबर भी दिया।

किडनी बेचने के लिए ईरान जाना होगा
     अमिताभ ठाकुर ने बताया कि इसके बाद उन्होंने उस व्यक्ति से संपर्क किया। उस व्यक्ति ने उनको बताया कि उन्हें किडनी के लिए करीब तीन लाख रुपए मिलेंगे। पर इसके लिए उन्हें पुणे आना पघ्ेगा और वहां से ईरान जाना पघ्ेगा। एजेंट ने बताया कि ईरान तक जाने की सारी व्यवस्था उसी की तरफ से होगी। उसने अमिताभ से पासपोर्ट और उम्र के बारे में पूछा और कहा कि उन्हें पैसे पहले ही मिल जाएंगे।

कम उम्र वाली किडनी जल्दी बिक जाएगी
     उसने अमिताभ की अधिक उम्र का हवाला देते हुए कहा कि उनकी उम्र थोघ्ी अधिक है, इसलिए किडनी खरीदने वाला व्यक्ति मिलने में करीब दस दिन लग जाएंगे। एजेंट ने कहा यदि उनके पास कोई कम उम्र का आदमी हो तो उसका किडनी तत्काल बिक जाएगा। अमिताभ ने बताया कि उस आदमी ने लेन- देन वाले बैंक एकाउंट के भी डिटेल भी दिए।
     अमिताभ ने इस बाबत लखनऊ के एसएसपी प्रवीण कुमार को भी अवगत कराया है। गोमतीनगर थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर अजीत सिंह चैहान ने बताया कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर की तहरीर प्राप्त हुई है। इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।

इन धाराओं के तहत होगी उन पर सजा
           अमिताभ ने एजेंट से बातचीत का हवाला देते हुए गोमतीनगर थाने में एफआईआर के लिए तहरीर दी दिया है। इसके तहत उन व्यक्तियों पर धारा 270, 336, 403, 413, 414, 420, 467, 468, 511 आईपीसी और धारा 19, द ट्रांसप्लांटेशन ऑफ ह्यूमन आर्गन्स एक्ट 1994 का अपराध बनता है।

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