'मेरठ बार असोसिएसन' हुआ लामबन्द
त्रिनाथ मिश्र
ब्लैंक स्टाम्प पेपर बेचने की बात कह कर अधिवक्ता को ब्लैकमेल करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मेरठ बार एसोसिएशन के अधिकारियों ने विरोध व्यक्त कर एसएसपी को ज्ञापन दिया और बताया कि आरोपी विजय कुमार शुक्ला मोबाईल नं0 09058928473 से बार-बार फोन कर नोटेरी अधिवक्ता से एक लाख रूपये की मांग कर रहा है तथा न देने की स्थिति में जेल भिजवाने व लाईसेंस निरस्त कराने की धमकी दे रहा है धमकी। गौरतलब है कि शाकिर हुसैन परिवार न्यायालय के सामने मेरठ कचहरी में नोटेरी का कार्य करते हैं। बतौर शाकिर हुसैन, विजय शुक्ला ने कहीं से मेरे नाम का दस्तावेज बनवा कर मुझसे एक लाख रूपये की मांग कर रहा है। तथा न देने पर जान से मारने व वकालत का पेशा खत्म कराने की धमकी दे रहा है।
'नई पीढ़ी' ने किया ब्लैकमेलर का खुलासा
अधिवक्ता ने यह व्यथा 'नई पीढ़ी' से कही, 'नई पीढ़ी' ने अपने स्तर से जांच पड़ताल करनी शुरू की तो मामला परत दर परत खुलता चला गया और आरोपी विजय कुमार शुक्ला की बातें भी रिकार्ड हुयी जिसमे वह वकील से एक लाख रूपये की मांग कर रहा है।
- फर्जी स्टाम्प बेचने व ब्लैंक स्टाम्प के आरोप में जेल भेजने की दे रहा था धमकी।
- एक लाख रूपये न देने पर लाईसेंस निरस्त कराने की चेतावनी भी दी।
- एसएसपी ने एसपी क्राईम को दिये जांच के आदेश।
अधिकारी मुझसे डरते हैं:-
आरोपी ने अधिवक्ता से रौब गालिब करते हुए धमकी भरे लहजे में कहा कि अधिकारी क्या जाने काम करना, उनसे मैं काम करवाता हूं। इससे पहले भी दो वकीलों का लाईसेंस निरस्त करवा चुका हूं। मैं एक एन0जी0ओ0 का कर्मचारी हूं मेरे सम्पर्क में बडे-बडे अधिकारी हैं।
पहले मांगे बीस हजार अब एक लाख
आरोपी विजय शुक्ला ने पहले 20 हजार रूपये मांगे और निर्धारित समय पर न मिल पाने की वजह से वह एक लाख रूपये की मांग कर बैठा। जब अधिवक्ता ने ब्लैंक स्टाम्प के मामले को फर्जी बताया तो उसने कहा की जैसे तैसे इसे पचास हज़ार में निपटा लो वरना तुम्हारा लाइसेंस मई रद्द करवा दूंगा।
No comments:
Post a Comment