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Apr 9, 2014

=> और फिर तूफान में तब्दील हो सकता है वरूण गाॅधी की आॅधी



  • शिवेन्द्र प्रकाश द्विवेदी


सुल्तानपुर। गर्मियों की बढ़ती तपिश के साथ ही चुनावी सरगर्मियां भी लगातार तेज होती जा रहीं हैं। सुल्तानपुर में वरूण गाॅधी के ताबड़तोड़ जन सम्पर्क ने संसदीय क्षेत्र के विभिन्न खाॅचों में बॅटे हुये कई वर्गो के कलुष जज्बातों को इन्सानियत की तराजू में तौलना शुुरू कर दिया है। ब्राम्हण, क्षत्रिय, पिछड़ों, दलितों के साथ कुछ प्रतिशत् मुस्लिमों के झुकाव को देखने के बाद कई पार्टी प्रत्याशी खास कर सपा बसपा ने अपनी कसरत खासी तीब्र कर दी है।

ताक रहे हैं तिलकधारी-
सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र तिलकधरियों यानी ब्राम्हणों का गढ़ माना जाता है। क्षेत्र के करीब 16 लाख मतदाताओं में लगभग 3 लाख से अधिक ब्राम्हण मतदाता हर चुनाव में अपना महत्वपूर्ण रोल अदा करते हैं। इन मतदाताओं में अभी तक अपनी घुसपैठ रखने वाले पवन पाण्डेय पिछले कई वर्षो से विभिन्न हथकण्डे अपना कर, इस वर्ग केा लुभाने का काम करते रहें हैं और अक्सर बा्रम्हणों का एक तबका गाहे-बगाहे पवन पाण्डेय के सुर में सुर मिला ही देता था, परन्तु इस बार मामला अलहदा है। पूरे देश में मोदी और भाजपा की लहर चल रही है। और इसी लहर में स्व0 संजय गाॅधी के पुत्र वरूण गाॅधी के चुनावी समर में आ जाने से फिलहाल क्षेत्र के तिलकधारी कभी पवन पाण्डेय को ताक रहें हैं तो फिर कभी वरूण गाॅधी को। वैसे माना यही जा रहा है कि चुनाव आते-आते इस वर्ग के तमाम प्रभावशाली लोग जो गैर भाजपाई हैं, सुल्तानपुर के विकास के नाम पर वरूण गाॅधी के पक्ष में माहौल खड़ा कर सकतें है। शायद इसीलिए क्षत्रिय विरोध के नाम पर गोपनीय तरीके से ‘‘जनेऊ की कसम’’ खिलाने का क्र्रम अभी से जिले में बदस्तूर जारी है।

सपा ने लगाई कुर्मी मतों में सेंध-
भाजपा-अपना दल गठबन्धन के बाद उ0प्र0 में कुर्मी मतों का भाजपा की तरफ जाना लगभग तय माना जाता रहा है परन्तु सुल्तानपुर में सपा ने इस समीकरण को बिगाड़ने की पूरी कोशिश की है। अभी हाल ही में दुखहरन वर्मा, राजमणि वर्मा सहित इस वर्ग के लगभग एक दर्जन प्रभावशाली लोगों ने जिस तरह से सपा का दामन थामा है उसे देखते हुये यह कयास लगाया जा रहा है कि सपा खुद से पिछड़ों को किसी भी कीमत पर बिखरते हुये नहीं देख सकती।

डा0 आर0ए0 वर्मा कर सकते हैं डैमेज कंट्रोल-
 फिलहाल सपा के अरमानों पर सुल्तानपुर के प्रतिष्ठित चिकित्सक डा0 आर0ए0 वर्मा सहित इस वर्ग के अन्य प्रभावशाली नेता सपा के मंसूबों पर पानी फेर सकते है। बताते चलें कि डा0 वर्मा चिकित्सा पेशे से जुड़े एक प्रतिष्ठित समाजसेवी हैं और भाजपा सुल्तानपुर से लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदार भी रहे हैं ।

मेनका गाॅधी के आने से बढ़ेगा तूफान-
कयास लगाया जा रहा है कि पीलीभीत में 15 अप्रैल तक मतदान होने के बाद वरूण गाॅधी की माॅ मेनका गाॅधी सुल्तानपुर में डेरा डाल सकती हैं और अपने ताबड़तोड़ जन सम्पर्क के जरिये वरूण की आॅधी को तूफान में तब्दील कर सकती हैं।

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